देश में जल संकट से निपटने के लिए काम कर रहे लोग होंगे जल प्रहरी समारोह में सम्मानित
Related Articles
- NGOs come under one roof to move govt to help prevent the heinous crime
- PM Modi offers prayers at Kali temple in Bangladesh 0
- PM likely to address 20 rallies in poll-bound Bengal 0
नई दिल्ली, 22 मार्च। दुनिया भर के राष्ट्र जहां जल संकट को लेकर सेनेगल में वर्ल्ड वाटर समिट में मिलकर विमर्श कर रहे हैं वहीं भारत को जल आत्मनिर्भर बनाने के लिए विमर्श का आयोजन 30 मार्च, 2022 को देश की राजधानी, दिल्ली में किया जाएगा। जल आत्मनिर्भर भारत प्रयास एवं चुनौतियां, विषय पर जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मौजूदगी में जलपुरूष श्री राजेंद्र सिंह सहित देश भर के जल संरक्षक चर्चा करेंगे। इसके साथ ही देश भर के जल संरक्षण करने वाले जल प्रहरी भी सम्मानित किए जाएंगे।
कार्यक्रम का आयोजन सरकारी टेल द्वारा जल शक्ति मंत्रालय के सहयोग से किया जा रहा है। कार्यक्रम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमेया साठे ने बताया कि इस वर्ष जल प्रहरी सम्मान के लिए हरियाणा, गुजरात, पंजाब, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलांगना, अरूणाचल प्रदेश, असम, तमिलनाडृ, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश दिल्ली सहित कई राज्यों से जल संरक्षण, संचयन करने वालों का चयन किया गया है।
जल प्रहरी समारोह के संयोजक अनिल सिंह ने बताया कि समारेाह में हिस्सा लेने वाले कई जल प्रहरी ऐसे हैं जिनके नवीन उपयोग, उपकरण, प्रयोग, पारंपरिक तौर तरीके अनूठे हैं और लाखों लीटर पानी बचा रहे हैं। इन जल प्रहरियों में किसान, वैज्ञानिक, आईएएस, आईआरएस, जिला स्तर के अधिकारियों, शिक्षकों तक के नाम शामिल हैं। इस वर्ष चयन समिति प्रमुख पूर्व मुख्य न्यायाधीश एवं मौजूदा राज्यसभा सांसद रंजन गोगोई हैं और कार्यक्रम में दिल्ली के सांसद श्री मनोज तिवारी, राज्यसभा सांसद श्री विजय पाल सिंह तोमर शिरकत करेंगे।
जल प्रहरी-2022 के चयनित नाम
दिल्ली से पर्यावरण रक्षक दिवान सिंह और सुलभ इंटरनेशनल के बिंदेश्वर पाठक, हरियाणा, सोनीपत अभिमन्यु दहिया, गुजरात भावनगर निवासी से रमेश भाई पटेल, आंध्र प्रदेश विशाखापत्तनम से बोलाशेट्टी सत्यनारायण, महाराष्ट्र के अमेजुगाई लातूर से अनिकेत लोहिया, नांदेड़ से दीपक मोरताले, शिरडी से शिवाजी घाडग़े, मुंबई से आई आर एस अधिकारी उज्जवल चव्हान, वारुण से विजय देशमुख, बिहार के छपरा से मनोहर मानव , मोतिहारी के डीएम श्रीशत कपिल अशोक (आईएएस), अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर से इगम बसार, असम कोकराझार की डीसी बर्नाली डेका (आईएएस), पंजाब बरनाला से रबदीप परवाही, उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा गौतम बुद्ध नगर से रामबीर तंवर, वाराणसी सजल श्रीवास्तव और सुल्तानपुर से संदीप अग्रहरि, जम्मू कश्मीर के लद्दाख से एसवांग नामगई, झारखंड के देवघर से समीर अंसारी,हजारीबाग से संजय कुमार सिंह, मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से नीरज वानखेड़े ग्वालियर से पंकज तिवारी, इंदौर से प्रियांशु कुमठ, छत्तीसगढ़ से विरेंद्र सिंह, तेलंगाना नारायनपेट की कलेक्टर हरिचन्दना दसारी (आईएएस) राजस्थान के बांसवाड़ा से जयेश जोशी, लाडनूं रजनीश शर्मा, कोटपूतली से विष्णु मित्तल, ब्रह्मकुमारी माउंट आबू से यशवंत पाटिल, उत्तराखंड से प्रकाश सिंह और राजेंद्र सिंह बिष्ट और त्रिपुरा के अगरतला से विभूति देव बर्मा प्रमुख हैं।